Prithvi Ghurnan Diwas 2025, पृथ्वी घूर्णन दिवस, Earth Rotations Day, पृथ्वी परिक्रमण दिवस
आप में से बहुत सारे दोस्तों को भी पता नहीं होगा कि पृथ्वी के घूमने के उपलक्ष में प्रतिवर्ष पृथ्वी घूर्णन दिवस मनाया जाता है। अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो आपने बिल्कुल सही, अगर नही जानते है तो हम आपको बता देते है की हर वर्ष 8 जनवरी को पृथ्वी घूर्णन दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
जैसा की हम सभी यह जानते हैं कि पृथ्वी अपने अक्ष पर लगातार 24 घंटे 365 दिन घूमती रहती है जिसके कारण मौसम में परिवर्तन, दिन और रात का होना, वर्षा, आंधी-तूफान आदि प्राकृतिक घटनाओ का होना संभव है।
जिसके कारण पृथ्वी पर जीवन संभव हो पाता है अगर पृथ्वी अपने अक्ष पर नहीं घूमती तो सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती जिससे यहां का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता और यहां जीवन कभी संभव नहीं हो पता।
इसलिए हम सभी पृथ्वी के घूमने के उपलक्ष में पृथ्वी घूर्णन दिवस मनाते हैं। जिससे की हम इसके योगदान को याद रख सके।
8 जनवरी 1851 के दिन फ्रैंसीसी भौतिक वैज्ञानिक लियोंन फौकाल्ट ने यह पता लगाया की पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है। इसलिए 8 जनवरी को पृथ्वी घूर्णन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Prithvi Ghurnan Diwas 2025: पृथ्वी घूर्णन दिवस कब है 2025 मे।
जैसे 2024 में पृथ्वी घूर्णन दिवस मनाया गया इस प्रकार हर वर्ष की भाती 8 जनवरी को 2025 में पृथ्वी घूर्णन दिवस मनाया जाएगा।
यह एक ऐसा प्रश्न है जो प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पूछा जाता है इसलिए यह आपको जानना अति आवश्यक है कि पृथ्वी घूर्णन दिवस हर वर्ष 8 जनवरी को मनाया जाता है।
पृथ्वी घूर्णन दिवस कब मनाया जाता है? | 8 जनवरी को |
पृथ्वी घूर्णन दिवस कब है 2025 मे। | 8 जनवरी को |
Earth Rotation की खोज किसने की थी | लियोंन फौकाल्ट |
पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है | 22 अप्रैल |
पृथ्वी की घूर्णन गति | 1000 मिल/घंटा |
पृथ्वी घूर्णन दिवस क्यों मनाया जाता हैं?
अगर हम सभी कोई भी त्यौहार मनाते हैं तो उसका सिर्फ एक ही मकसद होता है कि हम उसके महत्व को ना भूले उसके द्वारा किए गए योगदानों को हमेशा याद रखें। पृथ्वी घूर्णन दिवस मनाने का भी यही कारण है कि हम पृथ्वी द्वारा मनुष्यो पर किए गए योगदानों को नहीं भूलना चाहते और इसे हमेशा याद रखना चाहते हैं।
पृथ्वी हि सभी जीवो की जननी है अगर पृथ्वी नही तो कोई जीव भी नहीं। क्योकि हम सभी यह बातें जानते हैं।
कि सौरमंडल में मौजूद सभी ग्रहों में से पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है।
पृथ्वी किसकी परिक्रमा करती है?
ह्म सभी प्रतिदिन दिन और रात को होते हुए देखते है। सुबह होती है तो सूर्य दिखायी देने लगता है और सूर्य का प्रकाश पर पृथ्वी पर पड़ता है जिससे उजाला हो जाता है।
इसी तरह जब रात होती है तो अंधेरा हो जाता है और सूर्य छिप जाता है।
यह प्रक्रिया पृथ्वी की सूर्य के चारो ओर परिक्रमा करने के कारण होती है।
जो हिस्सा पृथ्वी के सामने होता है वहा दिन तथा जो भाग पीछे होता है जहा सूर्य का प्रकाश नही पहुँचता है वहा रात होती है।
अब आप समझ चुके होंगे की पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है।
पृथ्वी किस दिशा से किस दिशा की ओर घूमती है?
हमारी पृथ्वी पश्चिम से पूरब दिशा की ओर 1000 मिल/घंटे की रफ्तार से घूमती है।
पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुयी है।
अर्थ की आंतरिक संरचना तीन परतो से मिलकर बनी है भूपर्पटी, प्रावार और क्रोड।
पृथ्वी से जुड़े अतिरोचक तथ्य
1. पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम दिशा से पूरब दिशा की ओर घूमती है।
2. पृथ्वी सूर्य के चारो ओर घूमती है और सूर्य की एक परिक्रमा करने मे पृथ्वी को 365 दिन 8 घंटे 48 मिनट और 46 सेकंड लगता हैं।
3. 8 जनवरी को फ्रैंसीसी भौतिक वैज्ञानिक लियोंन फौकाल्ट ने यह पता लगाया की पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है।
4. पृथ्वी पर 71% जल तथा 29% जल उपलब्ध है।
5. पृथ्वी सौर्य मंडल का एक मात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है।
6. पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुयी है।
7. पृथ्वी अपनी धुरी पर 1674 किमी/घंटा की रफ़्तार से घूमती है।
8. सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पहुंचने मे 8 मिनट और 17 सेकंड लगता हैं।
9. यह एक घंटा मे 15° देशांतर घूमती है।
10. जीवन की उत्पत्ति पृथ्वी पर 4.1 अरब साल पहले हुयी थी।
FAQ:- Prithvi Ghurnan Diwas 2025
Ans. 8 जनवरी 1851 को फ़्रांसिसी वैज्ञानिक लियोंन फौकाल्ट ने पृथ्वी घूर्णन की खोज की थी इसी उपलक्ष्य में पृथ्वी घूर्णन दिवस मनाया जाता है।
Ans. 24 घंटे में पृथ्वी अपने अक्ष पर एक बार घूमती है।
Ans. 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकंड का समय लगता है।
Ans. पृथ्वी का एक मात्र उपग्रह चन्द्रमा है।
Ans. 4.1 अरब साल पहले पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति हुयी थी।
Ans. पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण दिन और रात होते है।
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