2026, 2027, 2028 में सरस्वती पूजा कब है – शुभ मुहूर्त, महत्व तथा इतिहास।

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सरस्वती पूजा कब है 2026: वर्ष 2026 में सरस्वती पूजा 23 जनवरी दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। सरस्वती पूजा को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा धूम धाम से की जाती है। इस पोस्ट के माध्यम से जानते हैं कि 2026, 2027, 2028 में सरस्वती पूजा कब है (Basant Panchami Kab Hai) शुभ मुहूर्त तथा महत्व।

2026 में सरस्वती पूजा कब है? – Sarswati Puja Kab Hai 2026?

प्रत्येक वर्ष माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी(Sarswati Puja 2026) का त्यौहार मनाया जाता है। वर्ष 2026 में बसंत पंचमी का त्यौहार 23 जनवरी दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा।

पंचमी तिथि प्रारंभ: 23 जनवरी दिन शुक्रवार को सुबह 02 बजकर 28 मिनट से।
पंचमी तिथि समाप्त: 24 जनवरी दिन शनिवार की सुबह 01 बजकर 46 मिनट तक।

बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त 2026: 23 जनवरी सुबह 07 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक।

2027 Mein Sarswati Puja Kab Hai – बसंत पंचम कब है?

वर्ष 2027 में बसंत पंचमी 11 फरवरी दिन गुरुवार को मनाई जाएगी। बसंत पंचमी का त्योहार माता सरस्वती को समर्पित है माता सरस्वती की पूजा वंदना करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है।

पंचमी तिथि प्रारंभ: 11 फरवरी सुबह 3:04 से
पंचमी तिथि समाप्त: 12 फरवरी सुबह 3:18 तक

बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त 2027: 11 फरवरी सुबह 7:03 से दोपहर 12:37 तक।

2028 में सरस्वती पूजा कब है?

वर्ष 2028 में बसंत पंचमी का त्यौहार 31 जनवरी दिन सोमवार को मनाया जाएगा।

पंचमी तिथि प्रारंभ: 31 जनवरी सुबह 7:14 से प्रारंभ होकर
पंचमी तिथि समाप्त: 1 फरवरी सुबह 9:27 पर समाप्त होगी।

बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त 2028: 31 जनवरी सुबह 7:14 से 12:35 तक।

सरस्वती पूजा का महत्व

बसंत पंचमी का त्यौहार ज्ञान, विद्या, कला और संगीत की देवी माता सरस्वती को समर्पित है। मां सरस्वती की पूजा करने पर मां की कृपा बनी रहती है और व्यक्ति ज्ञान विद्या कला और संगीत में महारथ हासिल करता है।

इस दिन पीला वस्त्र पहन कर मां सरस्वती की पूजा की पूजा की जाती है कई जगहों पर सरस्वती पूजा वाले दिन छोटे बच्चों को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है।

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सरस्वती पूजा क्यों मनाया जाता है इतिहास।

जब ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की तब उनको कुछ कमी नजर आई। तब उन्होंने अपने कमंडल से गंगाजल निकाल कर हवा में छिड़का तभी चार हाथों वाली हाथ में बीड़ा लिए हुए कमल के पुष्प पर विराजमान माता सरस्वती प्रकट हुई।

ब्रह्मा जी के कहने पर माता सरस्वती ने वीणा बजाया और ब्रह्मा जी के रचित सभी वस्तुओं में ध्वनि आ गई। इसलिए माता सरस्वती के जन्मदिन के रूप में माघ महीने की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है।

FAQ: Basant Panchami 2026 से संबंधित

Q.1. बसंत पंचमी 2026 कब है?

उत्तर:- 2026 में पसंत पंचमी 23 जनवरी दिन शुक्रवार को है।

Q.2. बसंत पंचमी का त्यौहार किसको समर्पित है?

उत्तर:- बसंत पंचमी का त्यौहार माता सरस्वती को समर्पित है।

Q.3. बसंत पंचमी को और किस नाम से जाना जाता है?

उत्तर:- बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से जाना जाता है।

Q.4. बसंत पंचमी के दिन किसकी पूजा होती है?

उत्तर:- बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा होती है।

Q.5. ज्ञान की देवी कौन हैं?

उत्तर:- मां सरस्वती ज्ञान की देवी हैं।

Q.6. 2026 में बसंत पंचमी कब की है?

उत्तर:- 2026 में बसंत पंचमी 23 जनवरी को है।

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