सावन की तीज कब है? | हरियाली तीज कब है? | sawan Ki Tij Kab Hai? | सावन महीने की तीज कब है? | sawan Ki Teej Kab Hai?
हरियाली तीज का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल सावन माह की तीज 7 अगस्त दिन बुधवार को है। इस दिन भगवान शंकर माता गौरी की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।
हिन्दू धर्म में तीज व्रत बेहद खास माने जाते है। साल में आने वाली तीजो में हरियाली तीज, हरतालिका तीज और कजरी तीज खास होती है।
तो चलिए जानते है की सावन की तीज कब है तथा शुभ मुहूर्त और पूजा विधि क्या है।
सावन की तीज कब है? sawan Ki Teej Kab Hai?
हरियाली तीज का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल सावन माह की तीज 7 अगस्त दिन बुधवार को है।
हरियाली तीज के दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप मे स्वीकार किया था।
इसलिए इस दिन सुहागन महिलाये अपने पति की लम्बी आयु तथा अखंड सौभाग्य के लिए व्रत रखती है और भगवान शिव-पार्वति की पूजा करती है।
सावन मे पड़ने वाली तीज को हरियाली तीज कहा जाता है इसलिए इस दिन महिलाएँ सोलह श्रृंगार मे हरी चूड़ियाँ व हरे रंग के वस्त्र धारण करती है।
तृतीया तिथि रात 6 अगस्त 7:51 से शुरु होकर 7 अगस्त रात 10:06 मिनट तक।
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हरियाली तीज की पूजा का समय तथा शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज के दिन पूजा के दो शुभ मुहूर्त बन रहे है पहला शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 46 से शुरू होकर सुबह 09 बजकर 06 तक रहेगा। इसके बाद दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 46 से दोपहर 12 बजकर 27 तक रहेगा।
पूजा विधि: महिलाओं को सुबह सूर्य निकलने से पहले ब्रह्म मुहूर्त में दिनचर्या के सभी काम करके उसके बाद स्नान करके नये वस्त्र धारण करके 16 श्रृंगार करें साथ में हरे रंग की चूड़ियाँ तथा हरे रंग की साड़ी पहने। भगवान शिव व माता गौरी का ध्यान करके निर्जला व्रत का संकल्प लें।
शाम में पूजा के समय माता पार्वती को 16 शृंगार चढ़ाये। भगवान शिव, गणेश जी तथा माता पार्वती की आरती करें तथा विधि विधान से पूजा करें।
अगर यह व्रत पूरे विधि विधान से किया जाये तो मनोकामना जरूर पूरी होगी।
सावन की तीज से जुड़े प्रश्न जो लोगों द्वारा पूछे जाते हैं।
उत्तर- सावन महीने की तीज 7 अगस्त को पड़ रही है।
उत्तर- कुल तीन तीज के त्योहार है हरियाली तीज, कजरी तीज तथा हरितालिका तीज।
उत्तर– सावन की तीज को पुनर्मिलन का प्रतिक माना जाता है। इस दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था।
उत्तर- हरियाली तीज के दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती की पूजा की जाती है।
उत्तर- 108 वर्षो की कठोर तपस्या के बाद माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप मे पाया था।
उत्तर- हरियाली तीज के दिन माता पार्वती ने सावन महीने मे हि भगवान शिव को पति के रूप मे पाया था
उत्तर- सावन तीज का व्रत सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को रखा जाता है।
उत्तर- तीज के बाद कुल 2 सावन के सोमवार है।
उत्तर- सावन का अंतिम सोमवार 19 अगस्त को है।
उत्तर- रक्षा बंधन सावन के अंतिम सोमवार के दिन 19 अगस्त को है।
उत्तर- अपनी सुहाग की लम्बी आयु के लिए महिलाएँ तीज का व्रत रखती है।
उत्तर- तीज के व्रत मे महिलाओं को सोलह श्रृंगार मे हरे रंग की साड़ी तथा चूड़ी पहननी चाहिए।
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